मध्य प्रदेश की उभरती हुई धाविका बुशरा खान ने शनिवार को भोपाल में आयोजित खेलो इंडिया प्रतियोगिता के 3000 मीटर स्पर्धा का स्वर्ण पदक हासिल किया। बुशरा ने यह रेस 10.04.29 मिनट में पूरी की। बुशरा ने इससे पहले शुक्रवार को 1500 मीटर स्पर्धा में भी रजत पदक जीता था।
सीहोर की बुशरा खान ने खेलो इंडिया गेम्स में लगातार पहले दिन रजत व अगले ही दिन स्वर्ण पदक जीतकर अपनी क्षमताओं के साथ बेटियों की ताकत का अहसास भी कराकर बता दिया कि बेटियां भी बेटों से कम नहीं है। अपने शहर में उड़नपरी के नाम से मशहूर बुशरा ने वर्ष 2019 के नेशनल जूनियर एथलीट चैंपियनशिप के इस इवेंट में 4 मिनट 53 सेकंड में स्वर्ण जीतकर म.प्र. के लिए राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया था।
कई नेशनल पदक जीत चुकी बुशरा ने बताया कि पिता के निधन के बाद मैं बिलकुल टूट चुकी थी लेकिन परिवार और कोच एसके प्रसाद व मेरे द ऑक्सफोर्ड स्कूल के संस्थापक जॉली कुरियन व प्राचार्य डॉ. बीना जे. कुरियन के लगातार मनोबल बढ़ाने के प्रयास के बाद यह सफलता आज मिली हैं, उन्होंने कहा कि मैं अपना यह पदक अपने पिता को समर्पित करती हूँ। क्योंकि आज मैं इस मुकाम पर उनको ही बदलत आई है। भले ही आज दुनिया में नहीं हैं लेकिन उनकी बताई गई बातें मुझे हौसला देती हैं।
बता दें कि पिछले साल मई माह में बुसरा एक टूर्नामेंट में फ्रांस जाने वाली थे लेकिन उन्हें वीजा नहीं मिल पाया और उसी समय उनके पिता का एक हादसे में निधन हो गया तो उनपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था। लेकिन बुसरा न केवल उस सदमे से बाहर आईं बल्कि उन्होंने अपने इस खेल मैं पूरी ताकत लगा दी।
बुशरा की उक्त उपलब्धि पर विद्यालय अध्यक्ष एड. जोली कुरियन एवं प्राचार्य डॉ बीना जे. कुरियन तथा समस्त शिक्षक ने बधाई दी।